TRYING TO LIFT BIG THINGS WITH THE HELP OF BLACK THIN LINES
जगोता जी, काग़ज़ और कलम से सरकारें तो पलटती देखी हैं। यह मंहगाई क्यों नहीं मरती काग़ज़ के तीर से?
जरूर मर सकती है अगर कागजों पे लिखे इबारत जमीनी हकीकत में बदल जाय तो ......
सही निशाना लेकिन औजार मोथरा..
जगोता जी, काग़ज़ और कलम से सरकारें तो पलटती देखी हैं। यह मंहगाई क्यों नहीं मरती काग़ज़ के तीर से?
ReplyDeleteजरूर मर सकती है अगर कागजों पे लिखे इबारत जमीनी हकीकत में बदल जाय तो ......
ReplyDeleteसही निशाना लेकिन औजार मोथरा..
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