Tuesday, March 1, 2011

भोथरा हथियार

3 comments:

  1. जगोता जी, काग़ज़ और कलम से सरकारें तो पलटती देखी हैं। यह मंहगाई क्यों नहीं मरती काग़ज़ के तीर से?

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  2. जरूर मर सकती है अगर कागजों पे लिखे इबारत जमीनी हकीकत में बदल जाय तो ......

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  3. सही निशाना लेकिन औजार मोथरा..

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