Monday, March 16, 2009

एक पल की बात

मैंने किसी को को कहते सुना था कार्टून इंजेक्शन का असर करता है और इस बात का सबूत भी देखा पर
फ़िर भी कहीं एक खोज मन में बनी रहती है कि क्या हम इन कार्टूनों से भ्रष्टाचार राजनितिक ढोंग या किसी भी बुराई को वास्तव में मिटाने कि कोशिश करते हैं या सिर्फ़ ख़ुद को मशहूर करने की चाहत में लगे रहते हैं .....
इस बात पर ही निर्भर करता है कि हम कार्टून दिल से बनते है या बस दिमाग से पाठकों से अपेक्षा
रहता हूँ कि वे फैसला करें कि मेरे कौन से कार्टून दिल से निकले हैं और कौन से दिमाग से .........

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