Friday, March 27, 2009

बात में से बात


देश के नेतालोग भी आम इंसान ही हैं
कोई जोगी संत नहीं लेकिन भारत
जैसी विविधता वाले देश में नेता
ही ये मेरा राज्य ये तेरा राज्य
के स्वर में बात करेंगे तो जनता
भी उसी भाषा को अपनाएगी

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