वीपी सिंह के मण्डल से निकली मंडली देश को अफगानिस्तान जैसा कबाईली देश बना कर खण्डहरों में तब्दील कर देती अगर कमण्डल वालों ने ब्रेक न लगाया होता ये भूलना मत /आज जब कमण्डल मेरा आशय सनातनी विचार धार सफलता की ओर तेजी से आगे बढ़ रही है, उसी मण्डल वादी मंडली के टूटे फूटे लोग फिर उठ खड़े हुए हैं और जांबीयों की तरह देश की जनता को बाहों में लेने को लड़खड़ाते हुए बढ़ने शुरू हो हो गए हैं, बेहद सावधान रहने की जरूरत है
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