Friday, March 27, 2009

बात में से बात


देश के नेतालोग भी आम इंसान ही हैं
कोई जोगी संत नहीं लेकिन भारत
जैसी विविधता वाले देश में नेता
ही ये मेरा राज्य ये तेरा राज्य
के स्वर में बात करेंगे तो जनता
भी उसी भाषा को अपनाएगी

Monday, March 23, 2009

चुनावी झटके


ड्रामा क्रेसी


Sunday, March 22, 2009

अंतर बहुत ज्यादा नहीं कभी राजा महाराजा जनता को भेड़ बकरिओं जैसे हांका करते थे
और आज नेतालोग भेड़चाल पैदा करके वोट हासिल करना कहते हैं !!!

ड्रामाक्रेसी


ड्रामाक्रेसी


draam